इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) सिर्फ क्रिकेट का महाकुंभ ही नहीं, बल्कि यह वह मंच भी है जहाँ गुमनाम नायक रातों-रात सितारे बन जाते हैं। हर साल, यह लीग हमें कुछ ऐसी कहानियों से रूबरू कराती है जो दृढ़ संकल्प, प्रतिभा और अवसर का अद्भुत संगम होती हैं। IPL 2025 भी इससे अछूता नहीं रहा। इस सीज़न ने क्रिकेट जगत को एक नए उभरते हुए ऑलराउंडर से परिचित कराया – विप्रज निगम।
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उत्तर प्रदेश के छोटे से शहर बाराबंकी से निकले इस 20 वर्षीय खिलाड़ी ने तब सुर्खियाँ बटोरीं जब उन्होंने बेंगलुरु के प्रतिष्ठित एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के दिग्गज बल्लेबाज और भारतीय क्रिकेट के रन-मशीन विराट कोहली का बेशकीमती विकेट हासिल किया। यह क्षण न केवल विप्रज के युवा करियर के लिए, बल्कि दिल्ली कैपिटल्स (DC) के लिए भी एक यादगार पल बन गया।
वह ऐतिहासिक ओवर: जब युवा जोश ने अनुभव को दी मात
मैच दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेला जा रहा था। चिन्नास्वामी का मैदान, जो अपनी बल्लेबाजी के अनुकूल पिचों और छोटे बाउंड्री के लिए जाना जाता है, दर्शकों से खचाखच भरा था। माहौल में बिजली सी दौड़ रही थी, खासकर जब विराट कोहली क्रीज पर मौजूद थे। दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ने युवा लेग स्पिनर विप्रज निगम को गेंद सौंपी। यह एक साहसिक कदम था, खासकर कोहली जैसे कैलिबर के बल्लेबाज के सामने एक युवा स्पिनर को लाना।
ओवर की शुरुआत विप्रज के लिए थोड़ी नर्वस करने वाली रही। विराट कोहली ने अपने अनुभव का प्रदर्शन करते हुए विप्रज की एक गेंद को सीमा रेखा के पार, दर्शकों के बीच, छह रनों के लिए भेज दिया। किसी भी युवा गेंदबाज के लिए ऐसे दिग्गज बल्लेबाज से छक्का खाना मनोबल गिराने वाला हो सकता है। स्टेडियम में RCB के समर्थकों का शोर और बढ़ गया। लेकिन विप्रज निगम ने हार नहीं मानी। उनके चेहरे पर घबराहट की जगह दृढ़ संकल्प दिखाई दिया।
अगली कुछ गेंदों पर उन्होंने अपनी लय वापस पाई। और फिर आया ओवर का वह निर्णायक क्षण, आखिरी गेंद। विप्रज ने चतुराई से काम लिया। उन्होंने हवा में एक ललचाती हुई, लूप वाली गेंद फेंकी। गेंद थोड़ी धीमी गति से आई और पिच पर टप्पा खाने के बाद हल्का सा घूमी। विराट कोहली, जो शायद एक और बड़ा शॉट खेलने की फ़िराक में थे, गेंद की गति और घुमाव को पूरी तरह से भांप नहीं पाए। उन्होंने शॉट खेला, लेकिन गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर हवा में उछल गई। फील्डर (संभवतः लॉन्ग-ऑफ या डीप में तैनात मिशेल स्टार्क, जैसा कि मूल स्रोत इंगित करता है) ने कोई गलती नहीं की और एक सुरक्षित कैच लपक लिया।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में एक पल के लिए सन्नाटा छा गया, जिसे तुरंत ही दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ियों और समर्थकों के जश्न ने तोड़ दिया। 20 साल के विप्रज निगम ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक, विराट कोहली को पवेलियन भेज दिया था। यह सिर्फ एक विकेट नहीं था; यह एक युवा प्रतिभा की निर्भीकता और कौशल का प्रमाण था। छक्का खाने के बाद भी हौसला न खोना और उसी ओवर में वापसी करते हुए इतना बड़ा विकेट लेना विप्रज की मानसिक मजबूती को दर्शाता है।
कौन हैं विप्रज निगम? बाराबंकी से IPL तक का सफर
विप्रज निगम का उदय भारतीय क्रिकेट की उस गहरी प्रतिभा का प्रतीक है जो छोटे शहरों और कस्बों में पनपती है। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में हुआ, जो लखनऊ के पास स्थित है। बाराबंकी भले ही क्रिकेट के बड़े नक्शे पर न हो, लेकिन यहाँ भी क्रिकेट के प्रति जुनून की कमी नहीं है। विप्रज ने यहीं की गलियों और स्थानीय मैदानों पर अपने क्रिकेट कौशल को निखारा।
उनका असली सफ़र तब शुरू हुआ जब उन्हें उत्तर प्रदेश की घरेलू क्रिकेट संरचना में मौका मिला। विप्रज की प्रतिभा को सबसे पहले यूपी टी20 लीग में पहचान मिली। यह लीग उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) द्वारा राज्य की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। साल 2024 में हुए यूपी टी20 लीग के संस्करण में विप्रज निगम ने गेंद से कहर बरपाया। उन्होंने केवल 11 मैचों में 20 विकेट हासिल किए, जिससे वह लीग के प्रमुख विकेट लेने वालों में से एक बन गए। उनकी लेग ब्रेक गेंदबाजी में विविधता, नियंत्रण और विकेट लेने की क्षमता ने चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा।
यूपी टी20 लीग: सफलता की पहली सीढ़ी
यूपी टी20 लीग में विप्रज का प्रदर्शन सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं था। उन्होंने महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट चटकाए और अपनी टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाई। लेग स्पिन गेंदबाजी, जिसे क्रिकेट में एक कठिन कला माना जाता है, में उनकी महारत ने उन्हें सबसे अलग खड़ा कर दिया। वह न केवल गेंद को घुमा सकते थे, बल्कि उनके पास गुगली और फ्लिपर जैसे हथियार भी थे, जो बल्लेबाजों को भ्रमित करने में कारगर साबित हुए। 20 विकेट लेने का कारनामा, वह भी टी20 जैसे प्रारूप में जहां गेंदबाज अक्सर दबाव में रहते हैं, उनकी प्रतिभा और क्षमता का स्पष्ट संकेत था।
इस शानदार प्रदर्शन ने उनके लिए राज्य टीम के दरवाजे खोल दिए। जल्द ही, विप्रज निगम को उत्तर प्रदेश के लिए सभी प्रारूपों – रणजी ट्रॉफी (प्रथम श्रेणी), विजय हजारे ट्रॉफी (लिस्ट ए), और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (टी20) – में पदार्पण करने का मौका मिला। यह उनके करियर में एक महत्वपूर्ण पड़ाव था, जिससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने का अवसर मिला।
सिर्फ गेंदबाज नहीं, एक विस्फोटक ऑलराउंडर
विप्रज निगम की कहानी सिर्फ उनकी गेंदबाजी तक ही सीमित नहीं है। वह बल्ले से भी महत्वपूर्ण योगदान देने की क्षमता रखते हैं, जो उन्हें एक मूल्यवान ऑलराउंडर बनाता है। टी20 क्रिकेट में ऐसे खिलाड़ी की बहुत मांग होती है जो गेंद और बल्ले दोनों से मैच का रुख पलट सके। विप्रज ने अपनी इस क्षमता की झलक IPL 2025 में अपने पदार्पण मैच में ही दिखा दी थी।
लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ उस मैच में दिल्ली कैपिटल्स मुश्किल स्थिति में थी। तभी विप्रज निगम क्रीज पर उतरे और उन्होंने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का मुजाहिरा पेश किया। उन्होंने मात्र 15 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 39 रन बनाए, जिसमें कई गगनचुंबी छक्के और दर्शनीय चौके शामिल थे। उनकी इस विस्फोटक पारी ने न केवल दिल्ली कैपिटल्स को संकट से उबारा, बल्कि टीम को एक रोमांचक जीत भी दिलाई। यह पारी दर्शाती है कि विप्रज में दबाव में प्रदर्शन करने और बड़े शॉट खेलने की अद्भुत क्षमता है। उनकी बल्लेबाजी शैली निडर और आक्रामक है, जो टी20 प्रारूप के लिए बिल्कुल उपयुक्त है।
दिल्ली कैपिटल्स का ‘स्मार्ट बाय’: 50 लाख का हीरा
आईपीएल की दुनिया में अक्सर करोड़ों की बोलियां लगती हैं, लेकिन कभी-कभी कम कीमत पर खरीदे गए खिलाड़ी भी उम्मीद से बढ़कर प्रदर्शन कर जाते हैं। विप्रज निगम ऐसी ही एक कहानी हैं। पिछले साल हुई आईपीएल मेगा नीलामी में दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें मात्र 50 लाख रुपये के बेस प्राइस पर अपनी टीम में शामिल किया था। उस समय शायद बहुत कम लोगों ने इस युवा खिलाड़ी पर ध्यान दिया होगा, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के स्काउटिंग विभाग और प्रबंधन ने उनकी क्षमता को पहचाना।
अब, उनके प्रदर्शन को देखते हुए, 50 लाख रुपये की यह राशि एक ‘स्टील डील’ यानी बहुत ही फायदे का सौदा लगती है। विराट कोहली जैसे बड़े खिलाड़ी का विकेट लेना और बल्ले से मैच जिताऊ पारी खेलना – विप्रज ने अपनी कीमत से कहीं ज्यादा का योगदान दिया है। यह दिल्ली कैपिटल्स की उस रणनीति को भी दर्शाता है जो युवा भारतीय प्रतिभाओं पर भरोसा जताने और उन्हें निखारने पर केंद्रित है।
विराट कोहली का विकेट: महत्व और भविष्य की राह
विराट कोहली का विकेट लेना किसी भी गेंदबाज के लिए सपने के सच होने जैसा होता है, खासकर एक युवा खिलाड़ी के लिए। यह उपलब्धि विप्रज निगम के करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है।
- आत्मविश्वास में वृद्धि: दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक को आउट करने से विप्रज का आत्मविश्वास काफी बढ़ा होगा। इससे उन्हें भविष्य में बड़े मैचों और बड़े खिलाड़ियों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी।
- राष्ट्रीय पहचान: इस विकेट ने विप्रज निगम को रातों-रात राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बना दिया है। क्रिकेट पंडितों, प्रशंसकों और चयनकर्ताओं की नजरें अब उन पर होंगी।
- टीम में भूमिका: दिल्ली कैपिटल्स के लिए उनका महत्व बढ़ गया है। वह अब सिर्फ एक उभरते हुए खिलाड़ी नहीं, बल्कि एक ऐसे मैच विनर के रूप में देखे जा रहे हैं जो गेंद और बल्ले दोनों से योगदान दे सकता है।
- भविष्य की संभावनाएं: यदि विप्रज अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखते हैं और अपनी फिटनेस पर काम करते हैं, तो वह न केवल आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स के लिए एक प्रमुख खिलाड़ी बन सकते हैं, बल्कि भविष्य में भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए भी दावेदारी पेश कर सकते हैं। भारत हमेशा से अच्छे लेग स्पिनिंग ऑलराउंडरों की तलाश में रहा है, और विप्रज उस खाके में फिट बैठते हैं।
हालांकि, राह आसान नहीं होगी। उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा, अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा और सफलता के दबाव को संभालना सीखना होगा। आईपीएल एक कठिन प्रतियोगिता है, और यहाँ हर मैच एक नई चुनौती लेकर आता है।
भारतीय क्रिकेट का उज्ज्वल भविष्य
विप्रज निगम की कहानी भारतीय क्रिकेट के उज्ज्वल भविष्य का संकेत है। यह कहानी बताती है कि प्रतिभा किसी भी पृष्ठभूमि या शहर से आ सकती है, और अगर उसे सही मंच और अवसर मिले, तो वह चमक सकती है। बाराबंकी जैसे छोटे शहर से निकलकर IPL जैसे बड़े मंच पर विराट कोहली जैसे दिग्गज का विकेट लेना कोई साधारण उपलब्धि नहीं है। यह विप्रज की कड़ी मेहनत, लगन और प्रतिभा का परिणाम है।
यूपी टी20 लीग जैसे मंचों का महत्व भी इस कहानी से उजागर होता है, जो राज्य स्तर पर प्रतिभाओं को खोजने और उन्हें निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। दिल्ली कैपिटल्स जैसी आईपीएल फ्रेंचाइजी का युवा प्रतिभाओं पर भरोसा जताना भी सराहनीय है।
विप्रज निगम अभी अपने करियर की शुरुआत में हैं। उनका सफर लंबा और चुनौतियों से भरा हो सकता है, लेकिन उन्होंने जो क्षमता दिखाई है, वह उम्मीद जगाती है। क्रिकेट प्रशंसक निश्चित रूप से इस युवा ऑलराउंडर पर नज़र रखेंगे और उम्मीद करेंगे कि वह भविष्य में भारतीय क्रिकेट के लिए और भी कई यादगार प्रदर्शन करेंगे। विप्रज निगम की यह सनसनीखेज शुरुआत सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट की गहराई और क्षमता का उत्सव है।