इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 का रोमांच अपने चरम पर है। हर मैच के साथ टीमों के बीच प्लेऑफ की दौड़ तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में, एक महत्वपूर्ण मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स (DC) का सामना रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) से हुआ। यह RCB का इस सीजन का दूसरा अवे मैच था, और टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी RCB की पारी किसी रोलर-कोस्टर राइड से कम नहीं रही।
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एक समय ऐसा लग रहा था कि RCB एक विशाल स्कोर की ओर बढ़ रही है, लेकिन दिल्ली के गेंदबाजों, खासकर स्पिनरों ने शानदार वापसी करते हुए उन्हें निर्धारित 20 ओवरों में 7 विकेट पर 163 रनों पर ही रोक दिया। यह स्कोर प्रतिस्पर्धी तो है, लेकिन जिस तरह की शुरुआत RCB को मिली थी, उसे देखते हुए यह काफी कम कहा जा सकता है। आइए, RCB की इस उतार-चढ़ाव भरी पारी का विस्तृत विश्लेषण करते हैं।
मुख्य बिंदु:
- RCB ने पहले 3 ओवर में बनाए 53 रन, फिल साल्ट ने खेली 17 गेंदों में 37 रन की विस्फोटक पारी।
- बीच के 15 ओवरों में DC के स्पिनरों (कुलदीप यादव, विप्राज निगम) ने कसा शिकंजा, सिर्फ 74 रन दिए और 4 विकेट झटके।
- अंतिम 2 ओवरों में टिम डेविड (37* रन, 20 गेंद) की बदौलत RCB ने जोड़े 36 रन, स्कोर 163/7 तक पहुंचाया।
- कुलदीप यादव (2/17) और विप्राज निगम (2/18) रहे DC के सबसे सफल गेंदबाज।
पहले तीन ओवर: फिल साल्ट का विस्फोटक तूफान (53 रन)
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शुरुआत किसी सपने से कम नहीं थी। सलामी बल्लेबाज फिल साल्ट मानो आज अलग ही इरादे से मैदान पर उतरे थे। उनका एकमात्र लक्ष्य था – हर गेंद को बाउंड्री के पार भेजना। दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजों पर उन्होंने शुरुआत से ही धावा बोल दिया। खासकर, पहले तीन ओवरों में उन्होंने ऐसा कहर बरपाया कि DC के खेमे में खलबली मच गई।
पहले ओवर से ही साल्ट ने अपने तेवर दिखा दिए। तेज गेंदबाजों की गति का उन्होंने बखूबी इस्तेमाल किया और मैदान के चारों ओर आकर्षक शॉट खेले। लेकिन असली तूफान आया पारी के तीसरे ओवर में, जब उनके सामने थे दुनिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में से एक, मिचेल स्टार्क। साल्ट ने स्टार्क की गेंदों को खिलौना बना दिया। उन्होंने इस ओवर में तीन दर्शनीय चौके और दो गगनचुंबी छक्के जड़े। इस ओवर से कुल 30 रन आए, जो IPL इतिहास के सबसे महंगे ओवरों में से एक था। स्टार्क जैसे अनुभवी गेंदबाज की ऐसी धुनाई देखकर हर कोई हैरान था।
साल्ट की इस आतिशी बल्लेबाजी की बदौलत RCB ने मात्र तीन ओवरों में ही 50 रनों का आंकड़ा पार कर लिया। यह RCB के IPL इतिहास का दूसरा सबसे तेज टीम अर्धशतक था। साल्ट ने सिर्फ 17 गेंदों का सामना करते हुए 4 चौकों और 3 छक्कों की मदद से 37 रन बना डाले थे। इस समय RCB का रन रेट 17.67 का था, और ऐसा लग रहा था कि आज स्कोरबोर्ड पर 220-230 रन आसानी से टंग जाएंगे। स्टेडियम में मौजूद RCB के समर्थक झूम रहे थे और दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान और कोच की चिंताएं बढ़ती जा रही थीं।
पावरप्ले का अंत और अचानक लगा ब्रेक (अगले 3 ओवर: सिर्फ 11 रन, 1 विकेट)
क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है, और यह बात इस मैच में एक बार फिर साबित हुई। जो टीम पहले तीन ओवर में रॉकेट की गति से रन बना रही थी, अचानक उसकी रफ्तार पर ब्रेक लग गया। इस गिरावट की शुरुआत हुई फिल साल्ट के दुर्भाग्यपूर्ण रन आउट से।
छठे ओवर में गेंदबाजी करने आए अनुभवी स्पिनर अक्षर पटेल। उनकी एक गेंद को साल्ट ने एक्स्ट्रा कवर की दिशा में खेला और तेजी से रन के लिए दौड़ पड़े। दूसरे छोर पर खड़े विराट कोहली ने भी कुछ कदम आगे बढ़ाए, लेकिन फिर शायद दूसरा रन लेने में हिचकिचाहट दिखाई और वापस क्रीज में लौटने लगे। इसी बीच, रन पूरा करने की हड़बड़ी में साल्ट पिच के बीच में फिसल गए और जब तक वह संभल पाते, फील्डर का सटीक थ्रो विकेटकीपर के दस्तानों में पहुंच चुका था। साल्ट की विस्फोटक पारी का इस तरह अंत होना RCB के लिए बड़ा झटका था।
साल्ट के आउट होते ही RCB की रन गति पर जैसे अंकुश लग गया। अगले तीन ओवरों (ओवर 4, 5, 6) में RCB के बल्लेबाज सिर्फ 11 रन ही जोड़ सके। इसी दौरान, तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने एक शानदार ओवर फेंका, जिसमें उन्होंने न सिर्फ रन रोके बल्कि एक विकेट भी हासिल किया और यह ओवर विकेट-मेडेन रहा। पावरप्ले (पहले 6 ओवर) की समाप्ति पर RCB का स्कोर 64/2 था। पहले तीन ओवरों में 53 रन बनाने के बाद, अगले तीन ओवरों में सिर्फ 11 रन आना और दो विकेट गिरना, मैच के बदलते रुख का स्पष्ट संकेत था। दिल्ली कैपिटल्स ने शुरुआती झटके से उबरते हुए वापसी कर ली थी।
मध्य ओवर: दिल्ली के स्पिनरों का दबदबा (ओवर 7 से 15: 74 रन, 4 विकेट)
पावरप्ले के बाद दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान ने अपने स्पिन गेंदबाजों पर भरोसा जताया और यह रणनीति पूरी तरह सफल रही। कुलदीप यादव और युवा लेगस्पिनर विप्राज निगम ने मध्य के ओवरों में RCB के बल्लेबाजों पर पूरी तरह से शिकंजा कस दिया। इन दोनों ने न सिर्फ रन गति को रोका, बल्कि नियमित अंतराल पर विकेट भी चटकाए।
विराट कोहली, जो साल्ट के आउट होने के बाद पारी को संभालने की कोशिश कर रहे थे, ने विप्राज निगम की एक गेंद पर लॉन्ग-ऑन के ऊपर से छक्का जड़कर अपने इरादे जाहिर किए। लेकिन निगम ने इससे हतोत्साहित न होते हुए अपनी लाइन-लेंथ बरकरार रखी। उन्होंने कोहली को लगातार फ्लाइटेड गेंदें डालीं और उन्हें बड़ा शॉट खेलने के लिए ललचाया। आखिरकार, कोहली निगम के जाल में फंस गए। उन्होंने एक गेंद पर इनसाइड-आउट शॉट खेलने का प्रयास किया, लेकिन गेंद बल्ले का बाहरी किनारा लेकर हवा में ऊंची उठ गई। लॉन्ग-ऑफ पर फील्डिंग कर रहे मिचेल स्टार्क ने बाईं ओर दौड़ते हुए एक बेहतरीन कैच लपका और कोहली की पारी का अंत कर दिया।
दूसरे छोर से कुलदीप यादव ने भी अपनी फिरकी का जादू बिखेरा। उन्होंने अपनी सटीक लेंथ और विविधताओं से बल्लेबाजों को लगातार परेशान किया। कुलदीप ने खतरनाक दिख रहे जितेश शर्मा और फॉर्म में चल रहे रजत पाटीदार को अपना शिकार बनाया। उन्होंने बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का कोई मौका नहीं दिया और रनों पर अंकुश लगाए रखा।
विप्राज निगम ने भी कुलदीप का बखूबी साथ निभाया। उन्होंने न सिर्फ किफायती गेंदबाजी की बल्कि कोहली के अलावा एक और महत्वपूर्ण विकेट हासिल किया। मध्य के ओवरों (7 से 15) में दिल्ली के इन दोनों स्पिनरों का दबदबा साफ दिखा। इस दौरान RCB ने लगभग 9 ओवरों में केवल 74 रन बनाए और अपने 4 महत्वपूर्ण विकेट गंवा दिए। कुलदीप यादव ने अपने 4 ओवरों में मात्र 17 रन देकर 2 विकेट लिए, जबकि विप्राज निगम ने भी उतने ही ओवरों में सिर्फ 18 रन खर्च कर 2 सफलताएं हासिल कीं। अक्षर पटेल और मुकेश कुमार ने भी कसी हुई गेंदबाजी करते हुए दबाव बनाए रखा। इस चरण में RCB का रन रेट काफी नीचे गिर गया और एक बड़े स्कोर की उम्मीदें धूमिल होने लगीं।
अंतिम दो ओवर: टिम डेविड का देर से आया तूफान (36 रन)
जब ऐसा लग रहा था कि RCB 150 के स्कोर तक भी मुश्किल से पहुंच पाएगी, तब क्रीज पर आए विस्फोटक बल्लेबाज टिम डेविड ने आखिरी क्षणों में कुछ जान फूंकी। डेविड अपनी बड़ी हिटिंग क्षमता के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने अंतिम दो ओवरों में इसका बखूबी प्रदर्शन किया।
उन्होंने दिल्ली के तेज गेंदबाजों को निशाने पर लिया और मैदान के विभिन्न हिस्सों में बड़े शॉट खेले। डेविड ने अंतिम 12 गेंदों का सामना करते हुए ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की। उन्होंने 4 गगनचुंबी छक्के और 2 करारे चौके जड़े। उनकी इस तेजतर्रार पारी की बदौलत RCB ने अंतिम दो ओवरों (19वां और 20वां) में 36 महत्वपूर्ण रन जोड़े। डेविड 20 गेंदों में 37 रन बनाकर नाबाद रहे। उनकी इस कैमियो पारी ने RCB को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। अगर डेविड यह तेज पारी न खेलते तो शायद RCB का स्कोर 150 के नीचे ही रह जाता। अंततः RCB की पारी 20 ओवरों में 7 विकेट के नुकसान पर 163 रनों पर समाप्त हुई।
पारी का सारांश और विश्लेषण:
RCB की यह पारी तीन अलग-अलग हिस्सों में बंटी हुई नजर आई:
- पहला हिस्सा (ओवर 1-3): विस्फोटक शुरुआत, फिल साल्ट का तूफान (53 रन)।
- दूसरा हिस्सा (ओवर 4-18): दिल्ली के गेंदबाजों, खासकर स्पिनरों का दबदबा, रनों पर अंकुश और नियमित विकेट (लगभग 15 ओवर में 74 रन)।
- तीसरा हिस्सा (ओवर 19-20): टिम डेविड का अंतिम क्षणों का प्रहार (36 रन)।
शुरुआती 3 ओवरों में 53 रन बनाने के बाद अगले 15 ओवरों में सिर्फ 74 रन बनाना और फिर अंतिम 2 ओवरों में 36 रन जोड़ना, यह दिखाता है कि RCB की पारी कितनी असंगत रही। फिल साल्ट के आउट होने के बाद मध्यक्रम दिल्ली के स्पिनरों के सामने पूरी तरह बिखर गया। विराट कोहली, जितेश शर्मा और रजत पाटीदार जैसे बल्लेबाज अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलने में नाकाम रहे।
वहीं, दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाजों की तारीफ करनी होगी। शुरुआती पिटाई के बाद उन्होंने जिस तरह से वापसी की, वह काबिले तारीफ है। कुलदीप यादव (4 ओवर, 17 रन, 2 विकेट) और विप्राज निगम (4 ओवर, 18 रन, 2 विकेट) ने बीच के ओवरों में शानदार गेंदबाजी की। मुकेश कुमार ने भी एक विकेट-मेडेन ओवर डालकर दबाव बनाया। मिचेल स्टार्क महंगे जरूर साबित हुए (खासकर तीसरे ओवर में 30 रन दिए), लेकिन उन्होंने कोहली का महत्वपूर्ण कैच लपका। कुल मिलाकर, दिल्ली की गेंदबाजी इकाई ने एक टीम के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया और RCB को एक बड़े स्कोर तक पहुंचने से रोक दिया।
आगे क्या?
164 रनों का लक्ष्य दिल्ली कैपिटल्स के मजबूत बल्लेबाजी क्रम के लिए बहुत बड़ा नहीं कहा जा सकता, लेकिन RCB के पास भी एक अच्छा गेंदबाजी आक्रमण है। पिच का व्यवहार और ओस का प्रभाव भी मैच के नतीजे में अहम भूमिका निभाएगा। दिल्ली को एक अच्छी शुरुआत की दरकार होगी, जबकि RCB शुरुआती विकेट लेकर दबाव बनाना चाहेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या दिल्ली कैपिटल्स इस लक्ष्य को आसानी से हासिल कर पाती है या RCB के गेंदबाज 163 रनों का सफलतापूर्वक बचाव कर पाते हैं। निश्चित रूप से मैच का दूसरा भाग भी रोमांचक होने की उम्मीद है।
यह मैच एक बार फिर साबित करता है कि T20 क्रिकेट में सिर्फ विस्फोटक शुरुआत ही काफी नहीं होती, बल्कि पूरी पारी के दौरान गति बनाए रखना और साझेदारियां बनाना भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। दिल्ली कैपिटल्स ने गेंदबाजी में शानदार वापसी की है, अब उनकी बल्लेबाजी की परीक्षा होगी।